ज़िंदगी में लोगों की कमी नहीं
पर वो नहीं मिले
जिनके वजह से वक़्त की क़दर हो जाये
और लहरें थम सी जाएं
जिनके साथ वक़्त भी नहीं मुक़ाबला कर पाए
और सुबह से पहले शाम हो जाये
जो यादों में हमेशा से थे
लेकिन नज़रों में अब तक नहीं
जिनके लिए कसमें वाअदे किए
लेकिन बातें अब तक नाकें
पर शायद उन लोगों के रस्ते
हमेशा से अलग थे
मंज़िल एक ही सही
ज़िंदगी में लोगों की कमी नहीं
पर शायद ज़िंदगी के बाद ही मिलेंगे
आख़िर वो कहीं